रायपुर । छत्तीसगढ़ के विधानसभा की कार्रवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यपाल ने बजट सत्र के पहले दिन प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए अभिभाषण पढ़ा। इसका भाजपा ने हंगामा करते हुए विरोध किया। अजय चंद्राकर और बृजमोहन कहते रहे कि ये सरकार आरक्षण मामले में राज्यपाल के खिलाफ कोर्ट में गई है, तो अभिभाषण का क्या मतलब।
दूसरी तरफ राज्यपाल ने प्रदेश शासन की सराहना करते हुए कहा- अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि छत्तीसगढ़ की पंचम विधानसभा का सोलहवां सत्र, फाल्गुन चैत्र के पावन माह में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर मैं आप सबका हार्दिक अभिनंदन करता हूं। आप सभी को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में प्राप्त जनादेश से वर्तमान राज्य सरकार का गठन हुआ था। मेरी सरकार के पांच वर्षों के कार्यकाल का यह पांचवां बजट सत्र है। वर्ष 2023-24 के बजट सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श और निर्णय की कार्यवाही आप लोगों द्वारा की जाएगी। ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ तथा सेवा जतन-सरोकार के ध्येय वाक्य के साथ जो ‘छत्तीसगढ़ मॉडल की शुरुआत हुई थी, उसे मुकाम तक पहुंचाने में मेरी सरकार के प्रयासों में भागीदार बनने के लिए, मैं आप सबको धन्यवाद ज्ञापित करता हूं।
मेरी सरकार ने छत्तीसगढ़ को देश और दुनिया के लिए नई आशा और नए विश्वास का गढ़ बनाने में सफलता हासिल की है। नवा छत्तीसगढ़ वास्तव में जनहितैषी नीतियों और सशक्त निवासियों का राज्य बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। छत्तीसगढ़ महतारी की संतान के रूप में आम जनता को उसका अधिकार दिलाने की दिशा में विधानसभा सदस्य के रूप में, आप लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे खुशी है कि आप सभी माननीय सदस्यगण सदन की गरिमा और प्रतिष्ठा के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रहे हैं। आप सभी को अनंत शुभकामनाएं ।
जय हिन्द, जय छत्तीसगढ़
अब इसके बाद प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ट्वीट कर के प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने लिखा है कि “अपने अंतिम बजट सत्र में भी भूपेश बघेल का झूठ उनका साथ नहीं छोड़ रहा है। नव मनोनित राज्यपाल माननीय श्री बिस्वा भूषण हरिचंदन जी से इस सरकार ने वास्तविक स्थिति को छुपाकर अभिभाषण में असत्य वचन बुलवाए हैं। सदन में छःग की पीड़ा को छुपाकर सिर्फ झूठे आंकड़े प्रस्तुत हुए हैं।”