कांग्रेस के बंद का क्या रहा असर, क्यों हुआ छत्तीसगढ़ बंद, जानिए सब कुछ

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कवर्धा कांड को लेकर कांग्रेस ने आज छत्तीसगढ़ बंद बुलाया है। बिलासपुर, मुंगेली, जगदलपुर में सुबह से दुकानें बंद हैं। रायगढ़ में बंद कराने निकले पूर्व कांग्रेस विधायक प्रकाश नायक की सीएसपी से बहस हो गई।

दोनों आपस में भिड़ गए, काफी देर तक नोकझोंक हुई। दुर्ग में लाठी लेकर निकले कांग्रेसियों ने बलपूर्वक दुकानें बंद करवाई, वहीं बिलासपुर में दुकानदार से झड़प हो गई। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा है कि कांग्रेस घटना पर राजनीति न करे।

वहीं रायपुर में दीपक बैज और मेयर के साथ सुबह से कांग्रेसी बंद कराने निकले हैं। व्यापारियों से दुकानें बंद करने की अपील की गई है। हालांकि रायपुर चैंबर ने समर्थन नहीं दिया है। मेडिकल जैसी जरूरी सेवाओं पर बंद का असर नहीं है।

जानिए क्या है पूरा मामला

कवर्धा के लोहारीडीह निवासी शिवप्रकाश उर्फ कचरू साहू की हत्या के शक में गांव वालों ने यहां के उपसरपंच रघुनाथ साहू के घर पर आग लगाकर उसे जिंदा जला दिया। 15 सितंबर रविवार को हुई इस घटना के दौरान गांव में लोगों ने पुलिस को घुसने नहीं दिया। पुलिस पर पथराव हुआ और जिले के SP अभिषेक पल्लव समेत कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं।

कवर्धा में हुई मॉब लिंचिग में मृतक उप सरपंच रघुनाथ और शिव प्रकाश के बीच पुरानी रंजिश, पॉलिटिकल वॉर और वर्चस्व की लड़ाई का खुलासा हुआ। सीएम साय ने इस कवर्धा कांड के मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। कबीरधाम जिले के SP अभिषेक पल्लव और कलेक्टर जन्मेजय महोबे को हटा दिया गया है। गोपाल वर्मा को कबीरधाम का कलेक्टर बनाया गया है।

वहीं राजेश कुमार अग्रवाल अब जिले में SP की कमान संभालेंगे। कवर्धा लोहारीडीह हत्याकांड के बाद राजनांदगांव IG ने भी शुक्रवार को बड़ा एक्शन लिया। ASI कुमार मंगलम और महिला आरक्षक अंकिता गुप्ता को सस्पेंड किया गया। इसके अलावा रेंगाखार थाने के निरीक्षक समेत पूरे 23 स्टाफ को लाइन अटैच कर दिया गया है। |

कांग्रेस का दावा 
पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने राज्य की जनता और व्यापारियों का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि चेंबर ऑफ कामर्स ने हमें लिखित समर्थन नहीं दिया था, लेकिन प्रदेश के सभी छोटे-छोटे, अलग-अलग व्यवसायिक संगठनों ने बंद का समर्थन किया और अपने दुकानों प्रतिष्ठानों को बंद रखा। रोज-रोज की अपराधिक घटनाओं से पूरे प्रदेश में भय का माहौल बना हुआ है। सरकार आम आदमी को सुरक्षित माहौल देने में नाकामयाब साबित हो रही है। अपराधिक तत्वों के हौसले बुलंद हो गये। लोगों को जिंदा जलाया जा रहा, महिलाओं के साथ सामूहिक दुराचार की घटनायें बढ़ गयी, एसपी, कलेक्टर कार्यालय जलाये जा रहे, राज्य में 9 महीने में ही दो कलेक्टर, दो एसपी को सजा के बतौर हटाया गया तथा निलंबित करना पड़ा उसके बाद भी सरकार अपनी आत्ममुग्धता में लगी हुई है। इन सभी घटनाओं की नैतिक जवाबदारी गृहमंत्री की बनती है, मुख्यमंत्री अपनी जवाबदेही समझे गृहमंत्री को बर्खास्त करें।

डिप्टी CM बोले

छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने लोहारीडीह मामले को लेकर शनिवार को कांग्रेस के बंद को पूरी तरह विफल बताया है। श्री साव ने कहा कि घटनाओं पर राजनीति करना कांग्रेस की आदत में शुमार है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति घोषित की है और अपनी इस प्रतिबद्धता के दृष्टिगत सरकार कठोर-से-कठोर फैसले लेने में संकोच नहीं कर रही है।

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री  साव ने कहा कि कांग्रेस को जनता ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उसकी भूपेश सरकार की नाकामियों के चलते नकार दिया है। कांग्रेस के शासनकाल में प्रदेश में जंगलराज चल रहा था, सरेआम कानून-व्यवस्था का चीरहरण हो रहा था, तब कांग्रेसी खामोश बैठे रहे और सत्ता से उखाड़ फेंक दिए जाने के बाद अब कांग्रेसी राजनीति कर रहे हैं। श्री साव ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है। कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने बार-बार आँकड़े प्रस्तुत किए हैं कि प्रदेश में अपराध कम हुए हैं और पूरा प्रदेश देख रहा है कि हमारी सरकार कानून-व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर है। लगातार कड़े और कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस की नीति के लिए हम संकल्पित हैं। किसी भी घटना ने दोषी कोई बचेगा नही सरकार,कठोर फैसले लेने में कोई हिला हवाला नही करने वाली। कांग्रेस अपनी ओछी राजनीति करना बंद करे।