CG : कोंडागांव में लग रही है प्रदेश की प्रथम मक्का प्रोसेसिंग यूनिट, राहुल गांधी कर सकते हैं उद्घाटन

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छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है,लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने किसानों को वैकल्पिक खेती की तरफ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने का काम शुरू कर दिया है। सरकार चाहती है कि किसान केवल धान की खेती पर फोकस ना करें बल्कि नवाचार करके अन्य फसलों पर भी उत्पादन करके मुनाफा कमाएं। मिलेट मिशन के तहत भी सरकार मोटे अनाज को बढ़ावा दे रही है। इस बीच उत्साह जनक खबर है कि बस्तर संभाग में राज्य का पहला मक्का प्रोसेसिंग यूनिट बनाने की दिशा में सरकार जुट गई है।

छत्तीसगढ़ के माओवादी प्रभावित बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले में राज्य के प्रथम मक्का प्रोसेसिंग प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। इस कार्य के लिए लभग 140 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक प्लांट के निर्माण का 40 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। संभवतः जून 2023 तक काम पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। चर्चा इस बात की भी है कि इस सौगात को यादगार बनाने के लिए भूपेश बघेल सरकार मक्का प्रोसेसिंग प्लांट का उद्घाटन कांग्रेस के वरिष्ठ ने राहुल गांधी के हाथों करवाने की तैयारी में हैं। राज्य सरकार के अधिकारियों का दावा है कि, इस प्लांट के स्थापित होने से जिले के किसानों की आय भी बढ़ेगी।

गौरतलब है कि कोंडागांव जिले के कोकोड़ी में प्लांट को बनाया जा रहा है। मां दंतेश्वरी प्रसंस्करण और विपणन सहकारी समिति इस मक्का प्रोसेसिंग प्लांट का संचालन करेगी। मक्का प्लांट में फसल की आपूर्ति के लिए करीब 45 हजार किसानों का पंजीयन करवा लिया गया। मक्का उपार्जन के लिए 45 केंद्र बना लिए गए हैं,जो समर्थन मूल्य पर छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के मार्फत मक्का खरीदी का काम करेंगे। प्लांट में प्रतिदिन 200 मीट्रिक टन मक्का की प्रोसेसिंग होगी। जिसके अनुमानित तौर पर 80 हजार लीटर एथेनॉल यानि ईंधन तैयार होगा।

मिली जानकारी के मुताबिक इस प्लांट में 200 से अधिक लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा। प्लांट में उत्पादित होने वाला एथेनॉल इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन को सेल जाएगा। विशेष बात यह है कि, इस प्लांट के लगने से निजी निवेशक भी बाकि सहायक उद्योग सरलता से स्थापित कर सकेंगे।इससे रोजगार के दरवाजे भी खुलेंगे।