इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों की पिटाई के बाद सोमवार को जमकर बवाल हुआ। उग्र भीड़ ने पथराव, तोड़फोड़ के साथ आगजनी की। कार्यालयों के दरवाजे-खिड़कियों के साथ ही दर्जनों वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। दो बाइकें व जनरेटर फूंकने के साथ कैंटीन को भी आग के हवाले कर दिया। आरोप है कि सुरक्षा गार्डों ने छात्रों की पिटाई के साथ ही फायरिंग की। इसमें आठ छात्र जख्मी हुए हैं। बवाल पूर्व छात्रनेता व कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक से अभद्रता से शुरू हुआ। वह यूनियन हॉल के पास स्थित एसबीआई शाखा में जा रहे थे। आरोप है कि सुरक्षा गार्डों ने उन्हें भीतर जाने से रोक दिया।
इसे लेकर नोकझोंक हुई तो एक असिस्टेंट प्रोफेसर के बीचबचाव पर मामला शांत हो गया और विवेकानंद भीतर चले गए। आरोप है कि कुछ देर बाद बड़ी संख्या में गार्ड डंडे व लोहे की रॉड व असलहों से लैस होकर आए और छात्रों को पीटना शुरू कर दिया।
निहत्थे छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। आरोप है कि विरोध पर फायरिंग भी की गई। इसकी जानकारी पर बड़ी संख्या में छात्र जुट गए और उन्होंने पथराव करते हुए गार्डों को खदेड़ लिया। इसके बाद बवाल शुरू हो गया। पथराव करते हुए आगे बढ़े छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक, रजिस्ट्रार समेत कई कार्यालयों के दरवाजे-खिड़कियां तोड़ दिए।
पुलिस के खदेड़ने पर केंद्रीय पुस्तकालय की तरफ स्टैंड में खड़े शिक्षकों-कर्मचारियों के आठ वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। इसके साथ ही परिसर में खड़ी तीन और यूनियन भवन रोड व बैंक रोड पर एक-एक कारों में भी तोड़फोड़ की। इसके बाद परीक्षा नियंत्रक व रजिस्ट्रार कार्यालय के पास खड़ी दो बाइकें फूंक दी। प्रॉक्टर कार्यालय के पास स्थित कैंटीन व जनरेटर में भी आग लगा दी।
सूचना पर कमिश्नर रमित शर्मा, एडिशनल कमिश्नर आकाश कुलहरि, डीएम संजय खत्री डेढ़ दर्जन थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और किसी तरह स्थिति नियंत्रित की।
यह हुए जख्मी
उधर सुरक्षा गार्डों की पिटाई में छात्रनेता विवेकानंद पाठक का सिर फूट गया। इसके अलावा एमए के छात्र अभिषेक यादव का आरोप है कि वह फायरिंग में छर्रे लगने से घायल हुआ है। इसके अलावा हरेंद्र यादव, मंजीत पटेल, अजीत यादव, आदर्श भदौरिया, मुबस्सिर हारून, मसूद अंसारी, आकाश रावत व रविशंकर भी जख्मी हुए हैं।
स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। छात्रों को समझा दिया गया है और उन्हें आश्वासन दिया गया है कि निष्पक्ष कार्रवाई होगी। सीसीटीवी व वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।
विवि एक दिन के लिए पूर्ण रूप से बंद
उधर बवाल के चलते इविवि प्रशासन ने 20 दिसंबर को विवि पूरी तरह से बंद रखने का निर्णय लिया है। बता दें कि 17 दिसंबर से ही विवि में शीतकालीन अवकाश के चलते शिक्षण कार्य स्थगित है। लेकिन विभागीय कार्य संपादित किए जा रहे थे। हालांकि स्थिति को देखते हुए एक दिन के लिए विवि पूर्ण रूप से बंद करने की घोषणा की गई है।
कुछ उपद्रवी तत्वों द्वारा विवि गेट का ताला तोड़ने की कोशिश की गई। रोकने पर उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से बदसलूकी और मारपीट की। इसके बाद उपद्रवियों ने परिसर में तोड़फोड़ व आगजनी की। उपद्रवी विश्वविद्यालय के छात्र नहीं हैं। बवाल में दो शिक्षकों की कार क्षतिग्रस्त की गई है। पुलिस का इस पूरे घटनाक्रम को मूकदर्शक बनकर देखना बेहद अफसोसजनक है। विवि के किसी भी गार्ड ने गोली नहीं चलाई। जबकि उपद्रवी तत्वों की ओर से हवाई फायरिंग की गई।